अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया ने शनिवार को ताजा परामर्श जारी कर दिल्ली के कनाट प्लेस, ग्रेटर कैलाश और चांदनी चौक जैसे स्थानों के बाजारों में संभावित आतंकवादी हमलों की चेतावनी दी। ये स्थान आतंकवादी संगठनों के निशाने पर हैं।
उच्चपदस्थ सरकारी सूत्रों ने बताया कि इन चेतावनी को गंभीरतापूर्वक लिया जा रहा है और दिल्ली पुलिस को पूरी तौर पर अलर्ट रहने को कहा गया है। अमेरिका ने अपने चेतावनी संदेश (वार्डन मैसेज) को सार्वजनिक करते हुए कहा कि इस बात के संकेत हैं कि आतंकवादी नई दिल्ली में हमलों की योजना बना रहे हैं।
भारत में रह रहे अमेरिकी नागरिकों के लिए प्राथमिक रूप से जारी किए इस ताजा परामर्श में कहा गया है कि इसमें 21 अप्रैल 2010 को जारी चेतावनी संदेश की सूचना को दोबारा जारी किया है और 16 अप्रैल 2010 की यात्रा चेतावनी में अतिरिक्त सूचना को जोड़ा गया है।
परामर्श में बताया गया है कि चांदनी चौक, कनॉट प्लेस, ग्रेटर कैलाश, करोल बाग, महरौली और सरोजनी नगर जैसे स्थानों में स्थित बाजार आतंकवादी संगठनों के निशाना बन सकते हैं। इसमें अमेरिकी नागरिकों को सलाह दी गई है कि यदि वे अपने आसपास लवारिस सामान देखें तो फौरन ही उस इलाके से हट जाएं तथा इसके बारे में अधिकारियों को सूचित करें।
ब्रिटेन ने अपने परामर्श में कहा है कि इस वक्त इस बारे में बहुत अधिक संकेत मिले हैं कि आतंकवादी दिल्ली में हमले करने की योजना बना रहे हैं। ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय ने बताया कि आपको प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठानों और पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा चिंताओं के बारे में खासतौर पर सचेत रहना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया ने भी परामर्श जारी कर कहा है कि विश्वस्त रिपोर्टों से यह संकेत मिले हैं कि आतंकवादी विदेशियों के आने जाने के स्थानों सहित दिल्ली के बाजारों को निशाना बना सकते हैं। इस तरह के हमले 22 अप्रैल से किसी भी समय हो सकते हैं।
इस परामर्श में आस्ट्रेलिया के लोगों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे नई दिल्ली स्थित सभी बाजारों में जाने से तब तक बचे, जब तक कि अगला नोटिस जारी नहीं किया जाता है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने एक अपील जारी कर लोगों से सतर्क रहने और पुलिस के साथ पूरी तरह से सहयोग करने को कहा है।
उच्चपदस्थ सरकारी सूत्रों ने बताया कि इन चेतावनी को गंभीरतापूर्वक लिया जा रहा है और दिल्ली पुलिस को पूरी तौर पर अलर्ट रहने को कहा गया है। अमेरिका ने अपने चेतावनी संदेश (वार्डन मैसेज) को सार्वजनिक करते हुए कहा कि इस बात के संकेत हैं कि आतंकवादी नई दिल्ली में हमलों की योजना बना रहे हैं।
भारत में रह रहे अमेरिकी नागरिकों के लिए प्राथमिक रूप से जारी किए इस ताजा परामर्श में कहा गया है कि इसमें 21 अप्रैल 2010 को जारी चेतावनी संदेश की सूचना को दोबारा जारी किया है और 16 अप्रैल 2010 की यात्रा चेतावनी में अतिरिक्त सूचना को जोड़ा गया है।
परामर्श में बताया गया है कि चांदनी चौक, कनॉट प्लेस, ग्रेटर कैलाश, करोल बाग, महरौली और सरोजनी नगर जैसे स्थानों में स्थित बाजार आतंकवादी संगठनों के निशाना बन सकते हैं। इसमें अमेरिकी नागरिकों को सलाह दी गई है कि यदि वे अपने आसपास लवारिस सामान देखें तो फौरन ही उस इलाके से हट जाएं तथा इसके बारे में अधिकारियों को सूचित करें।
ब्रिटेन ने अपने परामर्श में कहा है कि इस वक्त इस बारे में बहुत अधिक संकेत मिले हैं कि आतंकवादी दिल्ली में हमले करने की योजना बना रहे हैं। ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय ने बताया कि आपको प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठानों और पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा चिंताओं के बारे में खासतौर पर सचेत रहना चाहिए।
ऑस्ट्रेलिया ने भी परामर्श जारी कर कहा है कि विश्वस्त रिपोर्टों से यह संकेत मिले हैं कि आतंकवादी विदेशियों के आने जाने के स्थानों सहित दिल्ली के बाजारों को निशाना बना सकते हैं। इस तरह के हमले 22 अप्रैल से किसी भी समय हो सकते हैं।
इस परामर्श में आस्ट्रेलिया के लोगों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे नई दिल्ली स्थित सभी बाजारों में जाने से तब तक बचे, जब तक कि अगला नोटिस जारी नहीं किया जाता है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने एक अपील जारी कर लोगों से सतर्क रहने और पुलिस के साथ पूरी तरह से सहयोग करने को कहा है।
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