टाटा इंडिकाम(प्रीपेड) की नोडल आफ़िसर शगुना शेट्टी की नजर में ग्राहक मूर्ख से ज्यादा कुछ नहीं है - 6

भाईसाहब ने उसे कई बार कहा कि श्रीमान जी आप जो भी कह रहे हैं उसे मुझे लिखित रूप में ई मेल कर दें तो ये मक्कार आदमी तुरंत हामी भर देता लेकिन इस विषय पर मेल में कोई बात नहीं लिखता। इस चंदन ने भाईसाहब को ये बताया कि यदि डीलर चाहे तो वह आपके एकाउंट में रिचार्ज करा पैसा बहत्तर घंटे के भीतर वापिस ले सकता है। इस बात को भी इस पट्ठे ने लिख कर नहीं दिया जबकि इस धूर्त को भाई ने कई बार कहा कि आप ये बात लिख कर दीजिये फिर भी झूठ बोल कर ये अपनी बात कह देता लेकिन ये बात लिखित तौर पर नहीं दी। ये लुटेरे जानते हैं कि अगर ये लोग इस बात को लिख कर दे देंगे तो डीलर इनके पिछवाड़े लात मार देंगे और दूसरे नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। कुल मिलाकर बात इतनी है कि यदि उपभोक्ता कितना भी रिचार्ज करे ये चोर-मक्कार हमेशा डीलर के ही तलवे चाटेंगे। इस कपटी चंदन से भाईसाहब ने कहा था कि उपभोक्ता के एकाउंट से पैसा इस तरह से वापिस ले लेने के विषय में टाटा की क्या नीति है इसे लिखित रूप में दीजिये लेकिन नाम का चंदन और कर्म से बेशर्म इस बंदे ने उस नीति नियम की बाते सिर्फ़ जबानी जमाखर्च ही करी
जय जय भड़ास

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