गब्बर के साम्भा ने दुनिया को अलविदा कहा.

भारतीय फ़िल्म के सुप्रसिद्ध चरित्र अभिनेता मैक मोहन का सोमवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. उन्हें कैंसर था.

मैक मोहन को हिंदी सिनेमा की सुपर हिट फ़िल्म शोले के सांभा के नाम से ज़्यादा ख्याति मिली और लोग उन्हें उसी नाम से पुराकरने लगे थे.

मैक मोहन ने फ़िल्म हक़ीक़त से अपने फ़िल्मी जीवन की शुरूआत की.

यह फ़िल्म 1964 में आई थी और यह 1962 के भारत-चीन युद्ध पर आधारित थी.

मैक मोहन ने इसमें राम स्वरूप के सबसे छोटे भाई का पात्र निभाया था. मैकमोहन ने ज़्यादातर नकारात्मक किरदार निभाया है.

हालांकि फ़िल्म शोले में सांभा का किरदार बस नाम मात्र था लेकिन वह उन्हें सबसे प्रिय था.

मैक मोहन ने लगभग 200 फ़िल्मों में चरित्र अभिनय किया.

उनकी मश्हूर फ़िल्मों में शोले के अलावा, ज़ंजीर, मजबूर, मेम साहब, सुहाना सफ़र, कसौटी, सलाख़ें. प्रेम रोग, डॉन, ख़ून पसीना, हेरा फेरी, जानी दुश्मन, काला पत्थर, क़र्ज़, टक्कर, क़ुर्बानी, अलीबाबा और 40 चोर, लक बाई चांस शामिल हैं

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