चिट्ठाजगत को क्या हो गया है?????

आप यदि साहस जुटाएं तो इस यौनविकृति की आलोचना कर सकते हैं जो कि चिट्ठाकारी में आ रही है

अभी हाल ही में अपने पसंदीदा एग्रीगेटर चिट्ठाजगत पर भ्रमण करते हुए एक पोस्ट देखी तो उस कड़ी को पकड़ कर उस चिट्ठे पर चला गया। जाने के बाद देखा तो वह चिट्ठा पूरी तरह से यौन विकृत मानसिकता पर आधारित कंटेंट समेटे है। जबकि सामान्यतः होता ये है कि यदि कोई पोस्ट ऐसी हो जिसकी विषयवस्तु वयस्कों के लिये हो तो उस पोस्ट के आगे १८+ काएक लाल चिन्ह बना दिखता है लेकिन क्या ये कोई तकनीकी समस्या है या फिर चिट्ठाजगत के संचालकों की लापरवाही अथवा उस यौनविकृत चिट्ठाकार के प्रति उदारता जो कि इस पोस्ट को सभी अन्य पोस्ट के साथ दिखाया जा रहा है??? पूरा विश्वास है कि चिट्ठाजगत इस उत्तरदायित्त्व को समझता है।
जय जय भड़ास

1 comment:

डा.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

अरे मेरे भाई ब्लॉगवाणी नाम का एग्रीगेटर तो पहले ही जमाने से भड़ास को प्रतिबंधित करे है अब आप चिट्ठाजगत की गलती का एहसास करा कर इधर से भी अपना विकेट गिरवा कर ही मानेंगे। भइया लोग आजकल इस तरह की बातों का भी बुरा मान जाते हैं उनकी अपनी व्यापारिक नीति होगी आप और हम कौन होते हैं उसमें मुँह मारने वाले??
जय जय भड़ास

Post a Comment