सेना के एक मेजर के कंप्यूटर से डाटा पाकिस्तान ट्रांसफर किए जाने का मामला सामने आया है। केंद्रीय एजेंसियों की निगाह में यह मामला आते ही अंडमान निकोबार में पदस्थ मेजर से पूछताछ की जा रही है। कंप्यूटर को जांच के लिए हैदराबाद की लैब में भेजा गया है।
एजेंसियों के सूत्रों ने हालांकि कहा कि अफसर के खिलाफ अभी तक जासूसी करने की बात सामने नहीं आई है। इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि मेजर के कंप्यूटर को पाक एजेंटों ने हैक कर लिया हो।
यह खुलासा तब हुआ जब एजेंसियों ने अंडमान निकोबार स्थित यूजर के कंप्यूटर से पाक भेजे जा रहे ऐसे चित्र पकड़े, जिनमें विदेश में संवेदनशील प्रशिक्षण के लिए गए एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को दिखाया गया था। सूत्रों ने कहा कि पूछताछ में अफसर ने पूरे मामले से अनभिज्ञता जताई है और कहा कि हो सकता है कि उसका कंप्यूटर हैक कर लिया गया हो।
सैन्य प्रवक्ता कर्नल एस ओम सिंह ने स्पष्ट किया है कि अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं जिससे कहा जाए कि अधिकारी जासूसी कर रहा था। यह बाहरी एजेंसी द्वारा कंप्यूटर हैकिंग का मामला है। जांच पड़ताल जारी है। अधिकारी को हिरासत में नहीं लिया गया है। वह अपनी यूनिट में काम कर रहा है।
एजेंसियों के सूत्रों ने हालांकि कहा कि अफसर के खिलाफ अभी तक जासूसी करने की बात सामने नहीं आई है। इस बात की भी संभावना जताई जा रही है कि मेजर के कंप्यूटर को पाक एजेंटों ने हैक कर लिया हो।
यह खुलासा तब हुआ जब एजेंसियों ने अंडमान निकोबार स्थित यूजर के कंप्यूटर से पाक भेजे जा रहे ऐसे चित्र पकड़े, जिनमें विदेश में संवेदनशील प्रशिक्षण के लिए गए एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी को दिखाया गया था। सूत्रों ने कहा कि पूछताछ में अफसर ने पूरे मामले से अनभिज्ञता जताई है और कहा कि हो सकता है कि उसका कंप्यूटर हैक कर लिया गया हो।
सैन्य प्रवक्ता कर्नल एस ओम सिंह ने स्पष्ट किया है कि अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं जिससे कहा जाए कि अधिकारी जासूसी कर रहा था। यह बाहरी एजेंसी द्वारा कंप्यूटर हैकिंग का मामला है। जांच पड़ताल जारी है। अधिकारी को हिरासत में नहीं लिया गया है। वह अपनी यूनिट में काम कर रहा है।
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