मेरे मन के सवाल ?

कर लेते हैं शायरी जाने किसका ख्याल लेकर
कभी किसी की कभी अपनी जान लेकर
लिखते लिखते कब नगमा बनता गया
जिए जा रहे हैं जाने कितने सवाल लेकर

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