लोकसंघर्ष !: कवि सम्मलेन 1

1 comment:

डा.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

सुमन भाई यकीन हो गया है कि अब हम भड़ास के लोकतांत्रिक मंच पर सही दिशा पैदा कर पा रहे हैं कि हमारा हर अंदाज़ नये सूर्योदय के नाम एक सलामी है
जय जय भड़ास

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