भड़ास परिवार की ये मान्यता रही है की जो भी भडासी है वह भड़ास परिवार का मानद सदस्य हो जाता है। वही सम्मान, अपमान, गुमान सब झेलना पड़ता है जिसे भडासी दूसरों को देना चाहते हैं। मसलन हम कभी जहरीली भड़ास निकलते हैं तो किसी न किसी को ये जहर लगता तो होगा। इसलिए भडासी होने का सबसे पहला गुड है की नीलकंठ की तारह चरित्र हो जाए जैसे विष को गले में रोका जा सके। न अन्दर न बहार बाकि मस्तिष्क है , समझिये। खैर ज्यादा धार्मिक उपदेश लिखूंगा तो मुझे उन धार्मिक सहश्णुओं की तरह मान लिया जाएगा जैसे की कुछ मामलों में माना जा रहा है। कई दिनों क्या कई महीनों से भड़ास पर दो धर्मशास्त्री (धर्मशास्त्री इसलिए कहूँगा क्योंकि धर्म की बातों की चाशनी में लपेटकर भड़ास निकली जाती है।) आपस में उलझे हुए हैं। मैं ये नही कहूँगा की कौन ग़लत है कौन नही , क्योंकि दोनों लोग अच्छी तरह जानते हैं की सच क्या है । अचानक भडासी से बड़हर भडासी बने अमित बाबू के तर्कों , कुतर्कों और न्यू -न्यू टेक्नोलोजी का कोई जवाब नही, तकनिकी आदमी को और कुशाग्र बना देती है। जैसे हिन्दुओं में राक्षश अपनी शक्ति बढ़ने के लिए ब्रह्म या शिव जी की उपासना करते थे। और हमारे आराध्य ये दोनों महापुरुष बिना नफा नुकसान देखे राक्षसों को एक से एक वरदान दे देते थे। बाद में बेचारे विष्णु भगवन को सब एडजस्ट करना पड़ता था। सो आज की टेक्नोलोजी ने सबको मनचाहा वरदान दे दिया है। सब अपने अपने हथियार से लैस छुट्टा घूम रहे है। दूसरी तरफ़ माननीय अनोप जी मंडल महाराज की अपनी बातें हैं, सिद्धांत है परिपक्वता है और हार न मानने की जिद भी। ऐसे में मेरे दिमाग में एक आईडिया आया है क्यों न सबसे बड़े भडासी का अवार्ड दिया जाय। क्योंकि मामला जो कुछ भी मगर भड़ास पर आप दोनों महाशयों की इतनी पोस्टे आ चुकी हैं की teesara कोई mukable में है ही नही। अभी मैंने अमित बाबू की एक पोस्ट पर tippadi की तो inhone जवाब भी दिया । जवाब बहुत देते हैं , inhone जो लिखा है वह एकदम satya है। आप भी देख लीजिये - मनोज भाई मैंने अनूप और अमित की बातो का नहीं , अनूप और जैन धर्म की बातो का जिक्र किया है। इससे inhone saf कर दिया की एक anup jain धर्म से टक्कर ले रहा है। यानि अमित jain ने यह मान लिया है की अब तक जो भड़ास baji हो रही थी वह inhone नही बल्कि jain धर्म ने की है। अब अमित jain सबसे बड़े भडासी pratiyogita से बहार निकल गए । क्योंकि inhone ख़ुद sweekar कर लिया की भड़ास पर जो कुछ भी हो रह है वह अनोप मंडल और jain धर्म के bich है। यानि अमित बाबू ख़ुद seen से बाहर है । achchha एक bat तो मैं बताना ही भूल गया । मैं भी बहुत बड़े धर्म से hun । हिंदू धर्म जिसे देश की ज्यादा janta manti है। मैं अपने धर्म का thekedar भी माना jaunga क्योंकि ata-जाता कुछ नही लेकिन धार्मिक प्रवचन बड़े confidence से दे सकता hun। अंत में आप दोनों से मेरी यानि jain धर्म और अनोप मंडल से मेरी व्यक्तिगत gujarish है की आप अपना abhiyan ऐसे ही jari रखें। क्योंकि मेरे kahne से आप मानने से रहे।
कृपया unhe धर्म की ghonti देने का kast न karein जो पानी और पेट के लिए lad रहे हैं......बाकि सबसे बड़ा भडासी pratiyogita चालू आहे .....
जय भड़ास जय जय भड़ास
2 comments:
sriman ji,
Anoop mandal mahapurush hai unki baatein saty hai .mandal ji ki tulna rakshaso se nahi karni chahiye
dhanyvaad
भाई मैं सोचता हूं कि जल्द ही "भड़ास श्री", भड़ासभूषण, भड़ास गौरव आदि पुरुस्कार शुरू कर दिये जाएं।
जय जय भड़ास
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