
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को जब सरकारी अमला आश्रम पहुंचा उसके पहले ही अवैध निर्माण हटाया जा चुका था| वहीं इस बारे में आसाराम बापू आश्रम के प्रवक्ता ने कहा कि यहां कभी कोई अतिक्रमण किया ही नहीं गया था।
आश्रम द्वारा अतिक्रमण किए जाने की शिकायतों के बाद प्रशासन ने स्वयं जमीन की पैमाइश की थी। इसमें नदी तटक्षेत्र में 51 हजार सहित कुल 67 हजार वर्ग मीटर भूमि पर अतिक्रमण की पुष्टि हुई थी। यह पैमाइश जुलाई 2008 में गुरूकुल कांड के तूल पकड़ने के कुछ समय बाद ही की गई थी।
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