इस चुनाव में मतदान के लिए वो ही पत्रकार मतदाता हो सकते हैं जो प्रेस क्लब के सदस्य हैं और जिन्होंने प्रेस क्लब के सभी शुल्क अदा कर दिए हैं। ( यानी की गैर प्रेस क्लब सदस्य प्रेस क्लब के नजर में पत्रकार हैं ही नही, और पत्रकारिता के ठेकेदार ये ही गिने चुने पत्रकार होंगे जो फ्री के मुर्गा और दारु के हकदार होंगे।)
मुख्य चुनाव अधिकारी के अनुसार फ्री का दारू और मुर्गा के हकदार प्रतिभागी नामाकन से पहले फीस चुकता कर दें
मुख्य चुनाव अधिकारी के द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक
२४ अक्तूबर को मतदान होना है उसके लिए निम्नलिखित पद हैं। एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष, एक सचिव, एक खजांची, और १६ सदस्यों की प्रबंधन कमिटी।
चुनाव के कार्यक्रम इस प्रकार हैं।
नामाकन की तारीख : ३ अक्टूबर सुबह ११ बजे से ११ अक्टूबर शाम ६ बजे तक
आवेदन की जाँच : ११ अक्तूबर की शाम ६.३० के बाद
नामाकन वापसी की तारीख : ११ अक्तूबर शाम ६.३० से से १५ अक्तूबर शाम ६ बजे तक
मतदान :- २४ अक्टूबर सुबह ११ बजे से शाम ५.३० तक
मतगणना :- २५ अक्तूबर सुबह १०.३० से
इस पुरी चुनाव प्रक्रिया के लिए निम्नलिखित लोगों को मतदान पदाधिकारी नियुक्त किया गया है।
श्री अरुण कुमार जैन :- मुख्य चुनाव पदाधिकारी
श्री सुभाष कोहली , श्री रवि कँवर, श्री सुभाष चन्द्र, श्री वीर कँवर, श्री एम् एस मणि चुनाव पदाधिकारी होंगे।
इस तमाम चुनावी नाटक के बाद दिल्ली प्रेस क्लब फ़िर से अपने संगठन को बनायेगी और आने वाले चुनाव तक पत्रकारों के मुफ्त की दारु और मुर्गा के साथ जूतम पैजार का एक साल तक का ड्रामा तय हो जाएगा। अपने वर्चस्व के लिए सदस्यता के नियम में कोई परिवर्तन नही यानि की नए पत्रकार के लिए प्रेस क्लब में जगह बनने की शायद पहल हो ।
जय जय भड़ास
1 comment:
EKDUM SAHI LIKHA APNE
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