जहाअपने पर बात आती है तो चुपी क्यों मार जाते हो ( मुसलमानों की बात आती है ), फिर जवाब क्यों नहीं निकलता, फरहीन नाज
अब भादाश पर देखा जा रहा है की कोई अनूप मंडल (जिस के माँ बाप का भी नहीं पता ) सिर्फ पागल हो कर दुनिया में हर बुरे की जड़ में जैन को बता रहा है , और bhadash पर सिर्फ गिने चुने लोग उस की बातों के समर्थन में आते है , यदि कोई बात सही तरीके से कही जाये तो सब चुप हो जाते है , आज मै उन सभी से फिर पूछता हू यदि जैन कही भी है तो वो वह क्यों है ? ये कहने से पहले ३१ मार्च २०१०
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment