समाचार एजेंसियों ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति में सोमवार को हुई चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है.
इससे पहले विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने रविवार को इस वार्ता के भविष्य पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था और माना जा रहा था कि हो सकता है कि यह वार्ता टल जाए.
शनिवार को पुणे में हुए विस्फोट में कम से कम नौ लोग मारे गए थे और 50 अन्य घायल हो गए थे.
मुंबई में वर्ष 2008 में हुए चरमपंथी हमलों के बाद से पाकिस्तान के साथ वार्ता स्थगित है और गत शुक्रवार को ही पाकिस्तान ने घोषणा की थी कि विदेश सचिव स्तर की वार्ता 25 फ़रवरी को दिल्ली में होगी।
सुरक्षा मामलों पर मंत्रिमंडल की समिति की बैठक सोमवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई थी ।इस बैठक में गृहमंत्री पी चिदंबरम, विदेशमंत्री एसएम कृष्णा, वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी और रक्षामंत्री एके एंटनी मौजूद थे ।
इनके अलावा इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, विदेश सचिव निरुपमा राव और गृह सचिव जीके पिल्लई भी मौजूद थे ।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि एक घंटे चली इस बैठक में वार्ता पर क़ायम रहने के फ़ायदे और नुक़सान पर चर्चा हुई ।
इसके बाद फ़ैसला किया गया कि पुणे में हुए विस्फोट का सचिव स्तर की वार्ता पर कोई असर नहीं पड़ना चाहिए ।
गृहमंत्री पी चिदंबरम ने बैठक में सभी सदस्यों को पुणे में हुए विस्फोट के बाद के जाँच और अन्य घटनाक्रम की जानकारी दी ।
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