दोहे और उक्तियाँ !!



व्यक्ति के मानसिक कारखाने से घृणा या क्रोध का


विचार लोगों की ओर बाण-सन्धान करता है,


व्यक्ति को हानि पहुंचाता है, विचार-जगत में विरोध


और फूट फैलाता है और फिर भेजने वाले के पास


ही लौटता है और उसको भी चोट पहुंचाता है।





 (स्वामी शिवानन्द )

1 comment:

करण समस्तीपुरी said...

सत्य वचन ! सुन्दर वचन !! कल्याणकारी वचन !!!
सत्यम् ! शिवम् !! सुन्दम् !!!
कोटि-कोटि साधुवाद !!

Post a Comment