चरित्र, इन्सान को ठोस और शक्तिमय व्यक्तित्व प्रदान करता है।
चरित्रवान् व्यक्ति जहां कहीं रहे, आदर के भागी बन कर रहते हैं।
जो व्यक्ति पवित्र मन, सत्यशील, सत्यवादी, दयालु, उदार-हृदय
हैं, वह दूसरों को शीघ्र ही प्रभावित करता है और दूसरों के आदर
का पात्र भी जल्दी ही बन जाता है।
(स्वामी शिवानन्द )
No comments:
Post a Comment