अपुन चौथी फेल है....अपने को हिंदी नहीं समझता भिड़ू.....अपुन हिंदू के हाथ का बना खाना नईं खाएंगा....अपुन पर तुम ढक्कन लो ग्यारा हज्जार पन्ने की मॊटी किताब लिख कर क्या आरोप लगा रएले अपने को सारी किताब उर्दू में मंगता है.....जाओ तर्जुमा करा कर लाओ तब तक अप्पन तुम लोग को किस्सा-कहानी वगैरा सुनाता है....अपुन जेल में गांधी महात्मा की किताब पढ़ रएला है....अपुन के वास्ते भौत पैसा खरच कर रएली हिंदुस्तान की सरकार...उई मां! अपना पेट दुख रएला है...अपना एंडोस्कोपी कराओ बाप...अपुन पाकिस्तान का रैने वाला है भिड़ू...भौत गरीब...अपुन जो किया उसके वास्ते अपने को पैसा देने और मरने के बाद जन्नत का वादा है....अपुन हथियार चलाया पन अपने को ऐसा करने को बोलने वाले दूसरे लोग हैं.... अपने को वकील मंगता है...भौत बढ़िया हुआ कि अपने को बाई वकील मिल गयी...हिंदुस्तान का सरकार चलाने वाले लोग भौत ख्याल रख रएले अपना एकदम जंवाई बना कर रखेला है भिड़ू....
ए तेरे को मालुम क्या अपुन करकरे,कामते और सालस्कर को टपकाया??? वो जो प्रग्या ठाकुर और आर्मी वाले की जांच वीच कर रएले लोग थे....
अबी अपने को अंग्रेजी आने लगा है...हिंदुस्तान की जेल का पानी लग गएला है अबी तुम लोग जांच-जांच खेलो अपुन आराम करता है....
किसी छोकरी को अपने से शादी-वीदी करने का हो तो बोलने का... शर्माने का नईं ...अपुन हैंडसम लगता है एकदम....
ए क्या तेरे को मालुम अबी वो बाई प्रग्या ठाकुर और आर्मी वाले का पब्लिक नाम ले रई क्या?
नईं ना..... बस अपना काम हो गया भिड़ू....
चल अब सोने दे...।
.हिंदुस्तान का सरकार चलाने वाले लोग भौत ख्याल रख रएले अपना एकदम जंवाई बना कर रखेला है भिड़ू....
ReplyDeleteआईना देखो । सच्चाई दिखेगी ।
झूठे ख्वाब टूट जायेगे ।
हकीकत सामने आ जायेगी ।
जिंदगी का मकसद मालूम हो जाएगा ।
सारी हसरतें पुरी हो जायेगी ।
need a darpan for kasab....do bhai use ....
भाई कसाब को जो गलतफ़हमी है उसके पीछे भी मजबूत कारण हैं जो इस भयंकर व्यंग में हमारी व्यवस्था के दोषों को आइना दिखाया गया है
ReplyDeleteजय जय भड़ास