पंखे वाली भड़ास हमारे भड़ास के आगे नतमस्तक।
जब से देखा है भड़ास दुनिया का नंबर एक हिन्दी ब्लॉग सुना है, डाक्टर भइया के साथ रह रह कर कुछ कम्पूटर पर गिटिर पिटिर कर लेता हूँ सो बस देखने बैठा गया ब्लॉग का हाल और बेहाल। सच कहूं तो देख कर चोंक ही गया की पंखे वाला भड़ास ब्लॉग जगत में अपनी विश्वसनीयता खो चुका है और वास्तविक भड़ास अपनी उपस्थिति बिना किसी ताम झाम के ब्लॉग जगत में दर्ज करा है।
इस परिणाम को देख कर चोंके बिना भी नही रहा की जिस ब्लॉग में साठ प्रतिशत तक की गिरावट है वो कैसे अग्रीगेटर की सूचि में ऊपर चल रहा है। पर तीन सौ फीसदी की बढोतरी के बाद भी हम दुनिया का एक नंबर का हिन्दी ब्लॉग होने का दावा क्यों नही कर सकते।
तो क्या ये साजिश है, और दुकानदारी में हिस्सेदारी ? यानि कि ब्लागवाणी और अन्य हिंदी के एग्रीगेटर्स क्या कर रहे हैं क्या मजबूरी है कि ये सही आंकड़े न दिखा कर दुराग्रह रखते हुए मनमाने तरीके से किसी को भी ऊपर-नीचे बताते हैं???????
आप ख़ुद जरा देखिये इन आंकडों को।
इस परिणाम को देख कर चोंके बिना भी नही रहा की जिस ब्लॉग में साठ प्रतिशत तक की गिरावट है वो कैसे अग्रीगेटर की सूचि में ऊपर चल रहा है। पर तीन सौ फीसदी की बढोतरी के बाद भी हम दुनिया का एक नंबर का हिन्दी ब्लॉग होने का दावा क्यों नही कर सकते।
तो क्या ये साजिश है, और दुकानदारी में हिस्सेदारी ? यानि कि ब्लागवाणी और अन्य हिंदी के एग्रीगेटर्स क्या कर रहे हैं क्या मजबूरी है कि ये सही आंकड़े न दिखा कर दुराग्रह रखते हुए मनमाने तरीके से किसी को भी ऊपर-नीचे बताते हैं???????
आप ख़ुद जरा देखिये इन आंकडों को।
वास्तविक भड़ास लोगों की पहुँच और पढने के साथ साथ रैंक में भी बढोत्तरी दर्ज कर रहा है, तीन सौ प्रतिशत तक की अभूतपूर्व बढोत्तरी, याने की इतिहास रचने की तैयारी।
जबकी बनिए की दूकान, पत्रकारों और लोगों के विचारों के लाश पर बनाया गया पंखे वाली भड़ास निरंतर गिरावट के साथ नीचे जा रहा है साठ प्रतिशत की गिरावट के बाद भी कोई कैसे रेस में रह सकता है।
अब फ़ैसला तो लोग ही करेंगे की कैसे लाशों पर दुकानदारी करने वाला यशवंत एक नंबर पर है या नही।
आंकडे तो नकार रहे हैं।
अलेक्सा तो ये ही बता रहा है।
जय जय भड़ास
अग्नि बेटा तुम तो बड़े एक्सपर्ट होते जा रहे हो एक दिन लगता है कि रजनीश चाचा के कान कतर लोगे,सफ़लताएं किसे खुशी नहीं देतीं भला; इस सच्ची सफ़लता के लिए,ऊंचाई के लिए सारे भड़ास परिवार को दिल से शुभेच्छा। बात वस्तुतः भड़ास के मूल दर्शन की है जो कि पंखों वाली भड़ास पर यशवंत सिंह ने मार डाला था जो भड़ास की मौत होना स्वाभाविक थी लेकिन हम उस आत्मा को चुरा लाए और होगया भड़ास का पुनर्जन्म..... एक बार फिर से सभी भड़ासियों को बहुत बहुत शुभकामनाएं
ReplyDeleteजय जय भड़ास
सभी भड़ासियों और गैर भड़ासियों को दिल से मुबारकबाद कुबूल हो ये तो होना ही था। हिंदी के एग्रीगेटर्स की भूमिका तो हमेशा से ही संदिग्ध रही है इनका आंकलन कभी विश्वास के लायक नहीं रहा है।
ReplyDeleteसत्यमेव जयते
जय जय भड़ास
सच्चाई की जीत हुई
ReplyDeleteमुबारक हो
शुभकामनाएं
खुशी के कारण ज्यादा कुछ लिखते नहीं बन रहा है
जय जय भड़ास
सबसे पहले तो अपने बालक भडासी अग्नि पुत्र "अग्नि बाण" को धेरक बधाई और संग ही बधाई भड़ास अरिवार को. गुरुदेव ये तो होना ही था, जीवन्तता भड़ास में है भड़ास Blog में नही.
ReplyDeleteये प्रसन्नता का दिवस है सो बस सभी भडासी खुशियाँ मनाएं और जोर से नाद करें.
जय जय भड़ास
जय जय भड़ास
वाह वाह,
ReplyDeleteमन प्रफुल्लित हो रहा है, हमारा भड़ास वापस अपने रंग में आ रहा है और वो भी प्रमाण के साथ, इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं मगर डाक्टर साहब तो बस गले लगाने के पात्र हैं जिन्होंने भड़ास को जीवित रखा है,
भड़ास परिवार को ढेरों शुभकामना.
बस ऐसे ही हमारा भड़ास तरक्की और सफलता की सभी बुलंदियों को पार करे.
जय जय भड़ास
ह्म्म्म्म्म्म
ReplyDeleteसभी भडासी आनंदित हो रहे हैं, अरे तभी तो ये सुचना मिलते ही अपुन ने भड़ास पर चेप दिया की वीरू अपुन लो जल्दी ही पंखे वाली भड़ास को संडास में डालने वाला है मालूम, नैइ तो फोटू देख कर विश्वास कर लो.
डाक्टर भैया, रजनीश भाई, आप, दीदी, अब्बा और सारे भडासी लोग बस खुशी मनन शुरू कर दो.
जल्दी हीच अपुन लोग सबसे ऊपर होइंगा.
जय जय भड़ास
आप की बात पढ़ कर मन मयूर नर्तय के लिए मचल उठा है
ReplyDeleteसभी भड़ासियों को हार्दिक शुभेच्छाएं
ReplyDeleteहमारी सच्चाई और ईमानदारी से निकली भड़ास रंग लायी
सच्चे का बोलबाला झूठे का मुंह काला
जय जय भड़ास
लाखों मुबारकबाद प्रेषित कर रही हूं सारे अर्धसत्य परिवार की तरफ़ से सारे भड़ास परिवार को पुनः पुनश्च शुभकामनाएं
ReplyDeleteहिंदी के एग्रीगेटर्स की सत्यता हमेशा ही संदिग्ध रही है वे सभी वणिक किस्म के लोग हैं भड़ासी उन्हें न ही देखा करें तो बेहतर होगा। वहां बस धंधे की ही बात है सही आंकलन हरगिज नहीं है।
जय जय भड़ास
MUJHE KHUSHI MILI ITANI
ReplyDeleteKI MAN ME NA SAMAY.....
हिंदी एग्रीगेटर्स भी तो मैथिली जैसे ओछी सोच के संकीर्ण दिमाग के लोग चला रहे हैं जो दुराग्रहों के चलते अपने एग्रीगेटर ब्लागवाणी पर हम भड़ासियों के कोई ब्लाग नहीं दिखाते इन्हें लगता है कि हमारा अस्तित्त्व इनसे हैं लेकिन ये इनका महज भ्रम ही है, पाले रहने दीजिये क्या फ़र्क पड़ता है। भड़ास एक नंबर या दो नंबर की चूहा दौड़ में शामिल न था न होगा। हमारा दर्शन,लोकतांत्रिक सोच और सत्यता ही हमारे होने का आधार है। हम पाखंड और दिखावे के विरुद्ध हैं जिस कारण से हमें ये ऊंचाई हासिल हुई है। सभी भड़ासियों को हार्दिक बधाई
ReplyDeleteजय जय भड़ास
sabhi bhadashiyo ko bahut-bahut badhai kyoki jab bgadas blog se mujhe rajneesh ji ka naam lekar yashwant ne bahar ka rashta dikhaya tha us waqt hamare kuch mitron ne mera bhadas par mera saath dekar yashwant ko chetavani di thi ki as bhadas ka aant nikat hai........
ReplyDeletejai jai bhadas...
सालों नौटंकी बाजों कुछ भी करते रहते हो,कोई काम धंदा नही है क्या !
ReplyDeleteलगे रहे !
चलो भाई अब तो प्रमाण भी सामने है. वैसे कम धाम नही हो तो नौटंकी करने में भी कोई बुराई नही है, समझे व्योम जी, निठल्ले बैठना ज्यादा बुरा होता है. वैसे आप यहाँ क्या कर रहे है? आपका कोई कम धंधा नही है क्या?????????????
ReplyDeleteहमारा भड़ास वापस अपने रंग में आ रहा है और वो भी प्रमाण के साथ, इसके लिए सभी बधाई के पात्र है......ं
ReplyDeleteवाह साहब ये तो वाकई अग्नि बाण था. कितनों को जलाकर खाक कर दिया आपने. और हमारे लिए दिए जला दिए अपने अग्निबाण से.
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