"सम्रद्धि का मंच यही उर्जा जाए व्यर्थ नही"
"हम सभी शपथ ले करना है उर्जा की बचत"
"उर्जा का संरक्षण करिए बूँद बूँद से सागर भरिये"
"बिजली व्यर्थ जलाओगे तो भविष्य में कष्ट पाओगे"
"रखोगे जब उर्जा बचत का ध्यान उन्नत होगा तब ही देश उद्योग किसान"
"बिजली नही यह सोना है व्यर्थ न इसको खोना है"
"जब भी भैय्या बाहर जाओ घर की बत्ती बुझाकर जाओ"
"हीटर से मीटर भगे ऐ.सी.पर संयम रखे यही बचत का नाम"
"देशप्रेम की भावना जगाइए राष्ट्रहित में बिजली बचाइए"
"हम सभी शपथ ले करना है उर्जा की बचत"
"उर्जा का संरक्षण करिए बूँद बूँद से सागर भरिये"
"बिजली व्यर्थ जलाओगे तो भविष्य में कष्ट पाओगे"
"रखोगे जब उर्जा बचत का ध्यान उन्नत होगा तब ही देश उद्योग किसान"
"बिजली नही यह सोना है व्यर्थ न इसको खोना है"
"जब भी भैय्या बाहर जाओ घर की बत्ती बुझाकर जाओ"
"हीटर से मीटर भगे ऐ.सी.पर संयम रखे यही बचत का नाम"
"देशप्रेम की भावना जगाइए राष्ट्रहित में बिजली बचाइए"
उर्जा संरक्षण : कुछ जानकारियाँ
* बल्व व ट्यूबलाइट पर जमी धूल को नियमित रूप से साफ़ करते रहे.
* पंखो की ब्लेड नियमित रूप से साफ करते रहे और समय समय पर ग्रीसिंग आयलिंग करते रहे. पुराने किस्म के रेगुलेटर के स्थान पर नए टाईप के इलेक्ट्रानिक्स रेगुलेटर लगावे.
* फ्रिज का दरवाजा बार बार खोलने बंद करने से बिजली की खपत बढ़ती है.
* टी.वी.म्यूजिक सिस्टम और टेपरिकार्ड आदि को स्टेंड बाई मोड में न रखे.
* एक टी.वी. स्टेंड बाई मोड में रखने पर एक वर्ष में ७० यूनिट बिजली खर्च होती है.
* गीजर में अधिकतम विद्युत खर्च होती है अतः उतना पानी गरम करे जीतनी जरुरत है थर्मोस्टेट की सेटिंग कम करके ४५-५० डिग्री रखना चाहिए.
* क्या आप जानते है कि आपकी वार्षिक विद्युत खपत का २५ प्रतिशत रेफ्रिजेटर द्वारा खर्च होता है . फ्रिज के पीछे की तरफ़ लगी कूलिंग क्वाइल पर जमी धूल के कारण इसकी क्षमता घाट जाती है जिससे मोटर को बहुत अधिक कार्य करना पड़ता है और विद्युत खर्च बढ़ता है .
* फ्रिज को बाहरी दीवार से सटाकर नही रखना चाहिए.
* वासिंग मशीन में सलाना खपत का २० प्रतिशत भाग खर्च आता है इसमे धुलाई के लिए गरम पानी का तापमान नियंत्रित कर विद्युत उर्जा की बचत की जा सकती है .
* घरो के वातानुकूलन हेतु प्रयुक्त ए.सी.को सीधे धूप में न रखकर अथवा उसके लिए एक शेड बनाकर ६ प्रतिशत तक विद्युत उर्जा की बचत की जा सकती है .
उर्जा संरक्षण कुछ उपाय .
* घरो में पानी की टंकियो में पानी पहुँचाने के लिए टाइमर का उपयोग करके पानी के व्यर्थ व्यय को रोककर विद्युत उर्जा की बचत की जा सकती है.
* साधारण १०० वाट के बल्ब के स्थान पर कम्पेक्ट फ्लोरोसेंट लैंप (सी.एल.एफ) का प्रयोग कर ७५ से ८० प्रतिशत तक उर्जा की बचत की जा सकती है साथ ही साधारण बल्ब की तुलना में लगभग आठ गुना चलते है. जिन प्रकाश बत्तियों का सर्वाधिक उपयोग किया जाता है उनके स्थान पर प्राथमिकता के आधार पर सी.एल.एफ लैंप का प्रयोग करना चाहिए.
* आई.एस.आई. चिन्हित विद्युत उपकरणों का इस्तेमाल करे.
* शादी विवाह जैसे सामाजिक आयोजन धार्मिक आयोजन यथासंभव दिन में ही करे.
* दिन में सूर्य के प्रकाश का अधिकतम उपयोग करे तथा गैर जरुरी पंखे लाईट ए.सी. इत्यादि उपकरणों को बंद रखे . खासकर कार्यालयीन समय में भोजन अवकाश के दौरान और कक्ष से बाहर जाते समय.
* आवासीय परिसरों की सड़क बत्तियों के लिए फोटो इलेक्ट्रिक कंट्रोल स्विच का उपयोग करना चाहिए.
* भवनों के निर्माण के दौरान प्लाट के चारो तरफ़ उपलब्ध भाग को पेडो/लताओं से आच्छादित करके हम भवनों को गर्म होने से बचा सकते है जिससे भवनों में रहने वालो को सीलिंग फैन और कूलर इत्यादि का कम से कम उपयोग करना चाहिए.
* कमरे की दीवार की भीतरी सतह पर हलके रंगों का प्रयोग करे ऐसा करने से कम वाट के प्रकाश उपकरणों से कमरे को उपयुक्त रूप से प्रकाशमान किया जा सकता है.
* खाना बनाने हेतु बिजली के स्थान पर सोलर कुकर व पानी गर्म करने हेतु गीजर के स्थान पर सोलर वाटर हीटर का उपयोग कर हम बहुमूल्य विद्युत उर्जा का संरक्षण कर राष्ट्रहित में भागीदार बन सकते है . यदि गीजर का उपयोग करे तो इसे न्यूनतम समय तक उपयोग में लायें इसके लिए थर्मोस्टेट एवं टाइमर के तापमान की सेटिंग का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए.
साभार -
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड
राष्ट्रहित में उर्जा की बचत करे
जनहित में प्रकाशित
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मैं सारी बातों के बारे में बस इतना ही कहना चाहता हूं कि बिजली बचाओ....खाओ खुजाओ..बत्ती बुझाओ...लेकिन बिजली के उत्पादन के संबंध में सौर ऊर्जा के विषय में कोई नया शोध न करें वरना साला एक बड़ा सा मंत्रालय खतरे में आ जाएगा.....
ReplyDeleteजय जय भड़ास