भाजपा समर्थन वापस लेने के फैसले पर पुनर्विचार करे :- शिबू सोरेन



कटौती प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करने वाले झारखंड के मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के प्रति किसी तरह की नरमी बरते जाने की संभावना से इनकार करते हुए भाजपा ने कहा प्रदेश के पार्टी विधायक गुरुवार शाम राज्यपाल से भेंट कर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस लेने के बारे में सूचित करेंगे।

विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि झारखंड से भाजपा विधायकों ने राज्यपाल से सुबह 11 बजे मुलाकात के लिए समय मांगा था, लेकिन हमारे एक विधायक बैजनाथ राम नहीं आ सके, इसलिए अब हम शाम को पांच बजे राज्यपाल से मिलेंगे और समर्थन वापस लेंगे।

एक पत्र में सोरेन ने इस बात पर अफसोस जाहिर किया है कि उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाले राजग के खिलाफ मतदान किया। पत्र में सोरेन ने कहा है कि मैं कुछ समय से बीमार चल रहा हूं और मेरे खराब स्वास्थ्य के चलते ही ऐसा हुआ कि मैंने कटौती प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया।

सोरेन ने राजग के प्रति पूर्ण समर्थन की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए लिखा है कि भाजपा उनकी सरकार से समर्थन वापस लेने के फैसले पर पुनर्विचार करे। सुषमा ने कहा हमें उनके पत्र से कोई फर्क नहीं पड़ता और समर्थन वापस लेने का हमारा फैसला दृढ़ है।
सुषमा स्वराज ने इन अफवाहों को खारिज किया कि भाजपा अपने नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाने और सोरेन के बेटे हेमंत को उप मुख्यमंत्री बनाने के फार्मूले के तहत सरकार बनाने का प्रयास कर रही है। सुषमा ने कहा कि ये सब अफवाहें चल रही हैं। हम एक जिम्मेदार विपक्षी दल हैं और हम इस आधार पर कोई फैसला या प्रतिक्रिया नहीं करेंगे कि शिबू सोरेन और हेमंत मीडिया में क्या कह रहे हैं।

उन्होंने इन रिपोर्टों की पुष्टि की कि हेमंत ने पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह को फोन किया था और पार्टी द्वारा झामुमो सरकार से समर्थन वापस लेने के पार्टी के फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की थी।
 

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