एक जैन लेखक के अनुसार असुर, दानव अथवा राक्षस प्राचीन काल से कहा जाता रहा है
ये वो प्रमाण हैं जो कि सिद्ध करते हैं कि जैन राक्षस हैं और वे ही भगवान की बनाई इस कुदरत का सत्यानाश करने पर उतारू हैं ताकि सब मानवों को आतंकित कर सारे संसार पर जैन शासन स्थापित कर सकें।ये रहा उस पुस्तक के उस अंश का हिन्दी अनुवाद, अब अमित कहेगा कि ये पुस्तक हमने छपवा दी है ताकि भोले-भाले जैनियों को बदनाम कर सकें(कितना भोला है बेचारा...... पाप का राज़ खुल जाने पर सब भोले ही बन कर बचने की कोशिश करते हैं)जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
nice
ReplyDeleteअभी हम अगर कुछ लिखेंगे तो अमित बाबू रिसिया जाते हैं कि दो-चार लोग मिल कर उनकी ले रहे हैं तो हमने इस मुद्दे पर बोलना ही बंद कर दिया। लेकिन अनूप मंडल के लोगों की बात न तो तथ्यहीन रहती है न ही तर्कहीन।
ReplyDeleteजय जय भड़ास
अनूप मंडल के ग्रन्थों ने ऐसे हजारों तथ्य दिये हैं कि जैन मूलतः राक्षस ही हैं लेकिन यदि ये अपने दुष्कर्म बंद कर दें तो मानव जैसे ही हैं, ग्रन्थों और इतिहास में तो घालमेल हुई ही है ये तो सब जानते हैं। मैक्समूलर, वेबर आदि ने वेद आदि की खूब मनमानी फ़जीती करी है। यही वजह है कि राम आदि इतिहास न रह कर "माइथोलाजी" बनकर रह गये।
ReplyDeleteजय जय भड़ास
अजीब बकवास है आप महावीर या बुद्ध के जीवन को देखें कहाँ है राक्षस यदि किसी ने भी लिख दिया तो वो प्रमाण नहीं हो जाता लेखक की भी प्रामाणिकता होनी चाहिए विचार धारा में कहाँ विरोध है ये तो कतिपय तुच्छ लोगों ने समाज को तोड़ने के लिए उटपटांग लिख डाला
ReplyDeleteअजीब बकवास है आप महावीर या बुद्ध के जीवन को देखें कहाँ है राक्षस यदि किसी ने भी लिख दिया तो वो प्रमाण नहीं हो जाता लेखक की भी प्रामाणिकता होनी चाहिए विचार धारा में कहाँ विरोध है ये तो कतिपय तुच्छ लोगों ने समाज को तोड़ने के लिए उटपटांग लिख डाला
ReplyDeleteप्रिय अशोक जी,जिसे आप अजीब बकवास कह रहे हैं और समाज को जोड़ने की दुहाई देकर आरोप जड़ रहेहैं तो जान पड़ता है कि आप इस विषय के अवश्य ही बड़े विद्वान हैं। लेकिन आपके प्रोफ़ाइल पर जाकर जानना चाहा कि आप क्या हैं तो आपने प्रोफ़ाइल पर बुरका पहन रखा है। यदि सचमुछ विमर्श में आना चाहते हैं जिसे कि कई लोग समझ भी पा रहे हैं तो जरा खुल कर आइये और भड़ास तो सभी के लिये खुला है। हमारी बात को अप्रामाणिक ठहराने के प्रमाण ले आइये क्योंकि हमने तो लेखक से लेकर प्रकाशक तक के नाम पते दिये हैं और ये हमारे रिश्तेदार नहीं है। क्या आप भी जैन हैं ये जरूर बता दीजियेगा या अमित,संजय बेंगाणी अथवा महावीर सेमलानी जैसे ढकोसलेबाज हैं जो जैन होकर भी हिन्दू धर्म के आदर का नाटक करते हैं।
ReplyDeleteजय नकलंक देव
जय जय भड़ास
dekhiye danab kon nahi hai , aaj k samay me to hum hi danav hai ab jainiyo ko kaha ja raha hai. har cheej k do pahlu hai ek aacha or ek bura, MAHAVIR SWAMI jaise bhagwan b yaha aaye hai, ye kyo bhul gaye.
ReplyDeleteइस तरह की चीजें हर धर्म के बारे में मिल जायेंगी बेहतर हो हम इन्हें बढावा न दें क्योंकि हमेशा ही कुछ लोग रहें हैं जिनका काम ही ये सब लिखकर लाइम लाइट में आना है आप देखें सिर्फ उस व्यक्ति का चरित्र जिसने कोई भी अच्छा मार्ग दिखाया दोष ढूंढने में सिर्फ बौद्धिक कसरत है अच्छाइयों को ही आगे बढ़ाना चाहिए बाकी आप स्वयं प्रबुद्ध हैं. ...
ReplyDeletesach to kadwa hota hai bhai ji. fir esko jemna kon chahega? eska jeyada perchar uchit nahi.
ReplyDeleteमैं इसे स्वीकारता हूँ कि हम जैन राक्षस है. न स्वीकारूँगा तो आप आहत होगें और हमारे धर्म में किसी को शारीरिक क्या मानसिक आघात पहूँचाना भी पाप है.
ReplyDeleteजबकि कमेंट माडरेशन औन है फिर भी अशोक राठी और नितिन सबरंगी जी बिना अनुमति के कमेंट कर रहे हैं और प्रकाशित हो रह है। ये क्या कारण है कि अनूप मंडल और जैन विवाद की किसी पोस्ट में ही इस तरह के कमेंट्स आते हैं बाकी किसी महत्त्वपूर्ण पोस्ट पर आजतक ऐसे लोगों के कमेंट्स नहीं देखे। आप लोग क्यों भड़ासियों को मूर्ख समझ रहे हो, सरलता को मूरखता मानना ही तो दुष्टता है। ये कमेंट्स दोनो माडरेटर श्री रजनीश झा और डा.रूपेश श्रीवास्तव में से किसी ने अनुमति नहीं दिये हैं ये उन्होंने खुद फोन पर बताया। अनूप मंडल वाले लोग इस तरह के कमेंट्स का रहस्य खोल चुके हैं।
ReplyDeleteजय जय भड़ास
अनूप तेरे प्रोफाइल पर किसी बूढे का फोटो लगा है , क्या वो तू है , तेरा और कोई लिंक नजर ही नहीं आ रहा , की तू नर है या मादा , या जानवर तो नहीं / और ये क्या लगा रखा है , और तेरे साथ ये सुमन ,दीनबंधु क्या 4th class के है जो ,इतना फुदक रहे है
ReplyDeletevery informative article ..pls send me regular ur article...chandrapal@aakhar.org
ReplyDelete@mr_jurm
ReplyDeleteराक्षस की औलाद अपने काल स्वामी अनूप दास को नहीं पहचानता तभी ऐसा बोल रहा है। तू क्या है तेरा क्या वजूद है चिरकुट! छछूदर की पैदाईश !! हम नर हैं या मादा ये तो हम सब बतायेंगे लेकिन तू क्या सचमुच हिजड़ा है जो अपनी पहचान छिपा रहा है।(आदरणीय मनीषा दीदी क्षमा करें)। तू अपना नाम ही मिस्टर जुर्म रख कर बता रहा है कि तू क्या है, हम सब जानते हैं कि तुम जैन राक्षसों के टुकड़ों पर पलने वाले नीच हो। जिन सुमन जी और दीनबंधु जी के बारे में लिख रहा है वो भी तेरे काल ही हैं और किस क्लास के हैं ये तू जान पाएगा। चंद्रपाल जी हार्दिक आभार
जय नकलंक देव
जय जय भड़ास
तेरी पहचान क्या है अनूप , तेरे प्रोफाइल पर कुछ भी नहीं है , अब अपने असली रूप को दिखा दिया ,तुम ने जुर्म को हिजडा गाली भी दे दी , और अपने आप को सिद्ध भी कर दिया , अरे हिजडा तो सिर्फ लंगिग विकलांग होता है पर तुम लोग तो मानसिक विकलांग हो , तुम जैसे लोगो को पागलखाने भेज देना चाहिए , अब तुम भी तो बता दो की तुम सूअर की पैदाइश हो या कुते की , जो यहाँ ओरो को छछूदर की पैदाईश बता रहे हो / थू है तेरे पर और तेरे काल स्वामी अनूप दास पर भी / अपना पता बता फिर देख तेरा क्या होता है ? ...............की औलाद ( खाली जगह खुद भर लियो , तेरे लिए आसान रहेगा )
ReplyDeleteअरे आप जो भी करो आखिर में सच्चाही की ही जीत होती हे ! दानवो का बहुत ही जल्द अंत होने वाला हे!
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