पुणे से ५० कि मी उत्तर जुनैर तालुका के एक किसान की इस करामाती उपलब्धी जिसमें एक ही केले के पेड़ में ४७७ केले आए,
भड़ासियों के लिए दावत का समय एक ही गुच्छे से सभी भडासी का सम्मिलित दावत सम्भव है, तो हो जाइये शुरू.
बधाई इस अद्भुत किसान कि उपलब्धी पर और नमन हमारे देश के किसान को।
जय हिंद
रजनीश भाई,वाकई ये एक अद्भुत प्रयास और उपलब्धि है यदि ऐसे लोग हों तो फिर देश की खाद्य समस्या हल होते देर न लगेगी। हम दिल से इन्हें प्रणाम करते है साधुवाद
ReplyDeleteजय जय भड़ास
nice
ReplyDeletegood
ReplyDeleteरजनीश भाई इतने सारे केले भड़ासी खाएंगे और छिलके उन पाखंडी मुखौटाधारी लोगों के आगे फेंक देंगे जो हिंदी ब्लागिंग और इंटरनेट पर अपना हरामीपन फैला रहे हैं, सालों के चूतड़ नरम हो जाएंगे
ReplyDeleteजय जय भड़ास
@ अजय मोहन said...
ReplyDeleteरजनीश भाई इतने सारे केले भड़ासी खाएंगे और छिलके उन पाखंडी मुखौटाधारी लोगों के आगे फेंक देंगे जो हिंदी ब्लागिंग और इंटरनेट पर अपना हरामीपन फैला रहे हैं, सालों के चूतड़ नरम हो जाएंगे
जय जय भड़ास
...........:)
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अब और नहीं हस सकता , पेट मे दर्द हो गया है