राक्षसों का एक और दुष्टतापूर्ण तरीके से प्रयोग करी जाने वाली चाल आज आप सबके सामने लायी जा रही है। भड़ास के संचालन मंडल व वरिष्ठ भड़ासी भी इस बारे में ध्यान दें ताकि इन राक्षसों की काली करतूतें जाहिरी तौर पर आप सब समझ सकें। आप सब बखूबी जानते हैं कि जब कोई भी बंदा "ब्लागर" पर अपने ब्लाग को बनाता है तो उसे गूगल का एकाउंट धारक होना चाहिये वरना ये संभव ही नहीं है और जब आप इस एकाउंट के द्वारा कहीं भी टिप्पणी देते हैं तो यदि आपने अवरोधित नहीं कर रखा है तो आपका गूगल का ब्लागर प्रोफ़ाइल दिखता है जिसमें आपका फोटो आदि रहता है।
अमित जैन नामक राक्षस द्वारा लिखी पोस्ट्स पर इसके समर्थन में आपको जितनी भी टिप्पणियां मिली वे ९९% फ़र्जी हैं क्योंकि इनके साथ आप देखिए वही तरीका अपनाया जा रहा है जो कि भड़ास के माडरेटर डा.रूपेश श्रीवास्तव को बदनाम करने के लिये एक वरिष्ठ ब्लागर श्री सुरेश चिपलूणकर को लेकर अपनाया गया था। आप अमित जैन की पोस्ट अहिंसा का मतलब में जिन अभिषेक मिश्रा,स्निग्धा और राज ने टिप्पणियां दी हैं वो अपने ब्लागर एकाउंट से टिप्पणी नहीं कर रहे उनका मुखौटा लगा कर ये कर्म राक्षस लोग कर रहे हैं ताकि लोगों को लगे कि ये लोग तो बड़े भोले हैं और इनके समर्थन में बहुत सारे लोग हैं। एक एक करके खुलेगी तुम्हारी करतूतें राक्षसों, बहुत कुकर्म कर लिये तुम लोगों ने अहिंसा की नौटंकी सजा कर। इस पोस्ट के प्रकाशित होने पर टिप्पणियों के नमूने दिये जाएंगे गौर फ़रमाइयेगा।
अनूप मंडल
जय जय भड़ास
जय नकलंक
आदरणीय अनूप मंडल के लोगों आप सब सही कह रहे हैं| हम सब सचमुच राक्षस हैं और अपनी जन्मजात फ़ितरतों से मजबूर होकर ये कमीनापन करते हैं।
ReplyDeleteआप सब लोगों ने देख लिया न कि हम राक्षस किस तरह से अपनी मायावी विद्या से मनुष्यों को भरमाते हैं। अब तो मान लीजिये कि अनूप मंडल के लोग सत्य कर रहे हैं वरना हम राक्षस मिल कर आपका ऐसे ही खून चूसते रहेंगे, बरसात रोकेंगे, सूखा पड़ाएंगे, अकाल लाएंगे, बीमारियां लाएंगे। अनूप मंडल की जय हो। राक्षसों का नाश हो।
ReplyDeleteअनूप मंडल के लोगों की बातों को अगर नहीं माना तो सारे मनुष्य राक्षसों के आधीन हो कर कीड़े मकोड़ों जैसी जिंदगी बिताओगे। अनूप मंडल की जय हो
ReplyDeleteजैन लोग राक्षस हैं,दानव हैं, दैत्य हैं, रक्तपिपासु पिशाच हैं,जिन भूत और तामसी शक्तियों के उपासक हैं इनका नाश हो
ReplyDeleteजय जय भड़ास
अरे दुनिया वालों अब इतनी सारी टिप्पणियां आ गयी हैं और तो और भड़ास के दोनो माडरेटर्स भी अनूप मंडल के सत्य को सिर झुका कर स्वीकार रहे हैं कि जैन राक्षस हैं तो आप सब भी मान लीजिये।
ReplyDeleteजय जय भड़ास
रजनीश भाई आप तकनीक और समाजी समस्याओं के बारे में गहराई से समझ रखते हैं जरा सामने आकर इन बातों को आगे बढ़ा कर एक सार्थक निष्कर्श रक पहुंचाइये। हम पाखंडी बेनामी गालियां देने वाले कमेंट प्रकाशित नहीं करते लेकिन ये जो तरीका है ये राक्षसी कर्म है या तकनीकी कुकर्म? एक बात और निकल कर सामने आयी है कि जब से हम लोगों ने भड़ास पर बिना सदस्यता के पोस्ट भेजने की लोकतांत्रिक प्रणाली अपनायी है जिसमें कि प्रेषक का नाम भी गोपनीय रहता है और मात्र "भड़ास" नाम से प्रकाशन होता है तब से तो गजब हो गया है लोगों के अंदर उल्टी में तेजाब नहीं जहर दिख रहा है। सभी लोग ध्यान दें कि भड़ास को विदेशों में भी उतने ही प्यार से देखा व सराहा जाता है जितना कि भारत में तो हम ये परख लें कि हम इस मंच से अपने विदेशी भाई बहनों तक क्या संदेश पहुंचा रहे हैं? क्या हमारी भड़ास रचनात्मक दिशा में है? एक और बात सामने आयी है कि जो लोग सचमुच हमारे देश और समाज में अराजकता चाहते हैं उनके चेहरे साफ़ नहीं हो पा रहे है लेकिन वे भी भड़ासियों के मुखौटों में भड़ास पर आ ही जाते हैं जिस दिन हम उन्हें पहचान गये तो सबसे पहले उनकी बजाएंगे ताकि ऐसा भविष्य में न कर सकें कि हमारा आपसी सौहार्द समाप्त करने की कुचेष्टा करी जाए। भड़ासी भाई भौजाई और बहनों बहनोइयों से निवेदन है कि इस विमर्श में मुंह मारें कूटनीतिक चुप्पी त्यागें ये भड़ास के दर्शन में नहीं है हम तो किसी के भी फटे में कूद जाते हैं फिर इस मुद्दे पर सन्नाटा क्यों है क्या रोजी रोटी में उलझे हो???? आओ वरना लोग बेनामी टिप्पणियों से एक दूसरे को ऐसे ही मादर-फ़ादर करते रहेंगे और बात वही मुर्गे की तीन टांग रहेगी विवाद चलता रहेगा।
ReplyDeleteजय जय भड़ास
गुरूदेव डा.साहब! अनूप मंडल ने इन टिप्पणियों में बताया है कि क्या कालाकांडी करी जाती है और कैसे करी जाती है। मैं फिर कहूंगा कि महावीर सेमलानी साफ़ नजर नहीं आते बेहद ढोंगी प्रतीत होते हैं हो सकता है कि ये मेरी गलतफ़हमी हो लेकिन ये आदमी सवाल आने पर गायब हो जाता है बाद में दर्शन और धर्म सिखाता है अबतक इसने बातों का उत्तर नहीं दिया। अनूप मंडल की पोस्ट बेहद दमदार और पैनी हैं किसमें कितनी सच्चाई है धीरे-धीरे सामने आ रहा है। मैं रोजी रोटी में ही उलझा हूं लेकिन भड़ास पढ़ तो लिया करता हूं आज आपने झकझोरा तो लीजिए हम आ गये मुंह फाड़ कर गटर की तरह.....
ReplyDeleteजय जय भड़ास
अनूप लगता है तुम फिर से सब का बेव्कोफ़ बना रहे हो और वो भी शातिराना अंदाज माय तुम ने जो महावीर जी के नाम से टिपण्णी दी है उस की सचाई सिर्फ इस बात से पता चल गई की मैंने महावीर सल्मालाने पर ही क्लिक्क कर दिया और वो लाल सलाम नाम के ब्लॉग पर खुल गया , इसी तरह जब मैंने अमित जैन के नाम पर क्लिक्क किया तो वहा डॉ साहब का ब्लॉग आयुषवेद खुल गया भाई ये क्या बता रहे हो / क्यों उलटी पुलती हरकत कर के अपने आप को सिद्ध करना कहते हो जबकि तुम्हे नाम पर कही भी क्लिक्क करो तो तुम्हारा भी कोई ब्लॉग नजर नहीं आता , इस तरह तो तुम भी फर्जी ही हुए
ReplyDeleteलो जी आज मैंने फिर अपनी फोटो बदल दी , अगर इस मे भी कोई रक्षाशी काम है तो बताओ
ReplyDeleteतुम्हारा ये तकनिकी कुकर्म बिलकुल साफ़ हो गया है , अब क्या बोलोगे
ReplyDeleteअब कोई annomious के नाम से टिपण्णी करता है तो वो भी रक्षः है , अपने नाम से करता है तो वो भी रक्षः है ,
ReplyDeleteये क्या टाय टाय लगा रखी है अनूप तुमने ,
ReplyDeleteअगर मै अपने ब्लॉग से नहीं तो क्या तुम्हरे ब्लॉग से लिख रहा हु ,
जो कमाल तुम कुछ तकनिकी जानकारी से दिखा रहे हो ,
, अब मेरे नाम पर दबाना तो तुम मेरे बलागर अकाउंट पर आ जाओगे/
तुम जैसा कमीना इन्सान पता नहीं इस दुनिया मे कोई है या नहीं ,
पर तुम बहुत ही घटिया किस्म के आदमी हो /