मुंबई और ठाणे में शिवसेना-बीजेपी गठबंधन के खराब प्रदर्शन से दुखी शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने मराठी लोगों से कहा है कि वे इस बात का जवाब दें कि उन्होंने पार्टी को धोखा क्यों दिया?
सामना के संपादकीय में लिखा है, 'पार्टी ने प्रदेश के अन्य भागों में बेहतर प्रदर्शन किया है, लेकिन मुंबई और ठाणे ने मुझे इस उम्र में दर्द दे दिया है।' अपने भतीजे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) प्रमुख राज ठाकरे का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, 'मुगलों ने मराठी लोगों को बांटने के लिए सूर्याजी पिसाल का सहारा लिया। सूर्याजी पिसाल एक विश्वासघाती मराठा थे, जिन्होंने 1689 में रायगढ़ किले के दरवाजे मुगलों के लिए खोल दिए थे।'
ठाकरे ने कहा कि, 'मराठी लोगों को बताना होगा कि शिवसेना ने उन्हें क्या नुकसान पहुंचाया था। कांग्रेस ब्रिटिश लोगों की तरह बांटो और राज करो की नीति पर काम कर रही है और लोग उसके बहकावे में आ गए हैं।' ठाकरे की यह टिप्पणी उन रिपोर्ट्स के बाद आई है, जिनमें कहा गया था कि एमएनएस प्रत्याशियों की उपस्थिति के कारण ही शिवसेना-बीजेपी गठबंधन को मुंबई और ठाणे में इतना नुकसान पहुंचा है।
एमएनएस मुंबई में शिवसेना के पारंपरिक वोट में सेंध लगाने में कामयाब हुई थी। ठाकरे ने यह माना कि मनसे प्रत्याशियों के कारण शिवसेना के वोट कट गये, जिस कारण भाजपा-शिवसेना गठबंधन के प्रत्याशी मुंबई और ठाणे में हारे।
राज ठाकरे से रिश्ते तोड़ने के बाल ठाकरे के फैसले पर एमएनएस के उपाध्यक्ष वी सारस्वत ने कहा कि यह चाचा और भतीजे के बीच का मामला है और इस पर किसी को टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है।
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