कसाब ने इन मांगो की बात कहते हुए अपने वकील को एक पत्र लिखा है। यह खत उर्दू में लिखा गया है जिसे वकील अब्बाल काजमी ने कोर्ट में पेश किया है। कसाब को अब अपने पैसों की चिंता भी सताने लगी है और वह चाहता है कि उसके पास से जब्त पैसों को पुलिस उसके जेल अकाउंट में जमा करे।
भाई यकीन हो चला है कि जनाब वकील महोदय पूरी तरह से उसे साफ़ बचा ले जाएंगे, पूरी दुनिया देख रही है कि अब उन्होंने भारतीय संविधान के साथ में अपने वकीलाना पैंतरे आजमाने शुरू कर दिये हैं इसीलिये कभी उसे बच्चा बना लेते हैं कभी कुछ तो कभी कुछ.... ताकि समय गुजरता रहे और फिर धीरे-धीरे जनता तो भुलक्कड़ है ही क्रिकेट मैच और मुर्गों की लड़ाई जैसे भारत के चुनाव में उलझ जाएगी फिर कौन कसाब और कौन अफ़जल गुरू.... सच है न भाई?
ReplyDeleteजय जय भड़ास