*आई एन एस विक्रांत देश का पहला स्वदेशी विमान होगा ।इसे भारतीय नौसेना में वर्ष 2015 तक शामिल कर दिया जाएगा।
* विमान का नाम आईएनएस विक्रांत इसकी सुनहरी यादों को समेटने के मकसद से रखा गया है। आईएएनएस विक्रांत 36 वर्ष की सेवा के बाद 1997 में नौसेना से अलग हुआ था।
* इसी नाम के ब्रिटेन में बने विमान को वर्ष 1960 में आयात किया था और इसने 1971 के पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के दौरान महत्वूपर्ण भूमिका निभाई थी।
* 40,000 टन वाहक क्षमता वाला पहला स्वदेशी विमान सीएसएल में निर्माणाधीन है।
भाई पता नहीं क्यों मन में एक कुंठा है कि हर देश की सरकारें जब भूख,बेकारी और अनेक समस्याओं से जूझती रहती हैं तो क्या रक्षा सेवाओं में होने वाला खर्च अगर वैश्विक शांति हो जाए तो मानवता के उत्थान में काम आ जाए, हर देश में रक्षा विभाग है आक्रमण विभाग नहीं होता फिर ये युद्ध की शुरूआत के तत्त्व कहां से उपजते हैं किसी भी देश की सरकार उस तत्त्व को निर्मूल करने में क्यों पैसा खर्च नहीं करती??????
ReplyDeleteजय जय भड़ास
aapaka kahana wajib hai ki sarkaar ko bhukh , bekaari,garibi jaisi samasyayon ke baare me sochana chahiye. agar sarkaar aisa nahi karati hai to yah usaki nakaami hai par hamaara desh aise dushmano se ghira hua hai ki hame samprabhuta ko bachaye rakhana hoga . mera niji vichar hai ki desh ki ekta aur akhandata bhukh aur pyaas se bahut upar ki chij hai. agar desh hi nahi hoga to bhukh aur pyaas ka koi muly nahi hai.aadhe pet rahkar bhi desh ki raksha karani pade to yah ghate ka souda nahi hai.mera manana hai ki dono chijo par dhyaan diya jana chahiye.
ReplyDelete