सभी भड़ासियोंको गुफरान का सलाम...,(मेरे बीमार भाई की मदद करिए)
काफी दिनों से भड़ास पर प्रशांत भाई ने तहलका मचा रक्खा है कभी मुस्लिम आतंकवाद पर तो कभी महिलाओं के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करके तो कभी लैंगिक विकलांग लोगों की भावनाओं को ठेस पंहुचा कर प्रशांत भाई को समझाने में डॉक्टर रुपेश, भाई रजनीश ,फरहीन ,मुनौवर आपा, मनीषा दीदी , चंदन भाई , और मै ख़ुद काफी सारे भड़ासियों के साथ कोशिश कर रहे हैं। लेकिन प्रशांत भाई किसी को भी बख्शने के मूड में नही हैं। लेकिन मुझे खुशी है की डॉक्टर साहब के इलाज का तरीका काफी कारगर रहा मुझे याद है की रुपेश भाई ने मुझे मेल की थी जिसमे उन्होंने मुझे ये हिदायत दी थी की हम सभी को प्रशांत को भड़ास से जोड़ कर रखना है ताकि हम प्रशांत का इलाज कर सकें फरहीन बहन की पोस्ट से प्रशांत भाई को काफी हिम्मत मिली और उन्होंने अपने अन्दर के डर को मारते हुवे अपना नाम और पता लोगों को बताया अब हम सभी को प्रशांत भाई को 'सक्सेस मंत्र ' से नही वरन नाम से पुकारने लगे और प्रशांत माने या नही इस मंच पर उनको रुपेश भाई जैसा बड़ा भाई मिला फरहीन जैसी बहेन मिली और मेरे जैसा अजीज़ दोस्त वैसे मै शक्रिया अदा करना चाहूँगा प्रशांत भाई का की उन्होंने जिस बेबाकी से भड़ास पर एक चर्चा शुरू की वो आज काफी हद तक लोगों को अपने विचार रखने का माध्यम बनी।
लेकिन प्रशांत भाई ने कई बार अपने लेख में कुछ ऐसी बातें भी लिखी जिससे सभी भडासी सदस्यों को दुःख भी हुवा और गुस्सा भी आया जैसे डॉक्टर रुपेश को बूढा बोलना अब ये बात समझने वाली है की प्रशांत भाई ने डॉक्टर साहब को बुजुर्ग की संज्ञा दी है या अपने आप को जवान sabit करने की कोशिश की है क्योकि जहाँ तक ऊर्जा और कर्म कर्म की बात है तो माफ़ करना प्रशांत भाई आप डॉक्टर साहब से काफी पीछे हैं।
अब बात करते हैं एक भगोडे देशद्रोही के साथ अपने डॉक्टर रुपेश का नाम जोड़ा है क्या आपको ये सही लगता है एक इंसान जो आपको छोटे भाई की तरह मानता है आप बार बार उसका अनादर करते जा रहे हैं। आपको डॉक्टर साहब की बातो पर ध्यान देना चाहिए और उनसे माफ़ी भी मंगनी चाहिए । अब मै अपने सभी भडासी साथियों से अनुरोध करना चाहूँगा की आप सभी थोड़ा ठंडे दिमाग से काम लें और प्रशांत भाई को कुछ समय दें प्रशांत भाई के प्रति ज्यादा कठोरता ठीक नहीं है...........,
आपका हमवतन भाई...गुफरान...(awadh pepuls forum Faizabad)
ग़ुफ़रान भाई माफ़ी किस बात की भला....? बीमार आदमी के उपचार का दौर है अगर बीमार बच्चे ने उल्टी या दस्त हमारे ऊपर कर दिया तो हम चिकित्सक हैं उस बात का बुरा नहीं मानते हैं लेकिन कई लोगों के ऊपर कुछ छीटे आये हैं तो जो अपना मानते हैं वे हरगिज बुरा नहीं मानेंगे, आपने मनीषा दीदी के विचार देखे न...। सब अपने ही हैं एक दिन जरूर आएगा जब सारे गले लग कर एक दूसरे के सुख-दुःख को समझ कर महसूस कर सकेंगे बस उसी दिन का इंतजार है। भड़ास की सक्रियता के चलते जो प्रसिद्धि हासिल हुई है उसकी सभी भड़ासियों को शुभेच्छा
ReplyDeleteजय जय भड़ास
गुफ़रान भाई हम सारे लोग एक चूक कर रहे हैं इस आदमी को पहचानने में। ये आदमी जरा भी गम्भीर नहीं है जब चंदन भाई और मैंने इसे कर्ण और भीष्म की बात पर ध्यान दिलाया तो ये पट्ठा मुझे लिखता है कि इसे मजा आ रहा है यानि कि इसे इसकी बकवास हंसी-ठिठोली लगती है और हम जबरन इसे बीमार मान रहे हैं ये बीमार नहीं है नाटक कर रहा है। मात्र प्रसिद्धि के लिये टोटका अपना रहा है ताकि भड़ास जैसे मंच के द्वारा इस जैसे नामालूम आदमी की पहचान बन जाए लेकिन इसने गलत तरीका पकड़ा है आगे से कोई पोस्ट इसे केन्द्रबिन्दु बना कर कोई भी भड़ासी न ही लिखे तो बेहतर। ये मूरख उन पोस्ट्स का प्रिंट निकाल कर पूरे गांव में बांटता होगा कि देखो मैं कितना प्रसिद्ध हो गया हूं। मेरी आप सबसे यही इल्तजा है।
ReplyDeleteजय जय भड़ास
डॉक्टर साहब भड़ास को जो प्रसिद्धि मिल रही है वो आपकी ईमानदार मेहनत की वजह से हम सभी इसके लिए आपको धन्यवाद् देते हैं.और अजय भाई आप किसी हद तक सही हो सकते हैं लेकिन जो आप कह रहे हैं वो भी प्रशांत भाई की बीमारी ही है. लेकिन मुझे लगता है की प्रशांत को केन्द्रित करके कोई भी लेख लिखना उचित नहीं है यहाँ आप सही हैं.
ReplyDeleteआपकी सलाह का शुक्रिया.....
भाई गुरफान,
ReplyDeleteआप से सहमत, शायद इसी जिंदादिली का नाम भड़ास है.
बस हमारा प्रशांत भाई जो की अभी बीमार है ठीक हो जाए.
जय जय भड़ास