उम्मीद है कि अभिषेक जी के पास उस बात का तार्किक व संतोषजनक उत्तर होगा क्योंकि उन्होने माडरेटर्स पर जब कमेंट को मुंह तकवाने के लिये घेरे में खड़ा करा था उसे वे कंप्यूटर की दिक्कत मान रहे हैं पता नहीं उनके कंप्यूटर में समस्या है या गूगल का सर्वर उनसे नाराज है.... यदि कहीं से कोई विचार पसंद आता है तो उसे साभार लिख कर प्रकाशित करें ताकि उस ंदे को भी बुरा न लगे अब अमित भाई आप ही इन्हें देखिये वरना ये गुस्सिया और रिसिया भी जाते हैं जय जय भड़ास
शायद खिसिया गये हैं वरना अब तक तो दोचार पोस्ट लिख ही मारते यहां वहां से मार कर.... पहले डा.रूपेश पर लगाए आरोप का उत्तर दीजिये। फ़रहीन जी प्र बाद में आरोप लगाना कि उन्होंने तुम्हारी खिंचाई क्यों करी। उसका उत्तर मैं दे देता हूं क्योंकि आप जैसा ही एक बंदा अभी अपना बोरिया-बिस्तर लेकर विमर्श से उठ कर भागा है। जय जय भड़ास
नमस्कार जैन साहब ... मैंने अपने होम-पेज http://www.anshu.in/?cat=1 पर उन लेखकों तथा कवियों के प्रति अपना आभार व्यक्त कर दिया है जिनकी लिखी रचनाएं मैंने अपने पेज पर लिखी हैं ... मुझे यह रचनाएं अपने जीवन का सहज प्रतिबिम्ब लगीं तो मैंने इनको अपने पेज पर लिख दिया था .. रचनाओं की मौलिकता का हरण करने का मेरा कोई उद्देश्य्य नहीं था .. अब आप कृपया अपनी भडास पोस्ट से " चोर भाई " जैसे अशोभनीय शब्द हटा लें यह आपसे निवेदन है .. अन्यथा मैं आपके विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए बाध्य हो जाऊँगा ... आशीष शर्मा
उम्मीद है कि अभिषेक जी के पास उस बात का तार्किक व संतोषजनक उत्तर होगा क्योंकि उन्होने माडरेटर्स पर जब कमेंट को मुंह तकवाने के लिये घेरे में खड़ा करा था उसे वे कंप्यूटर की दिक्कत मान रहे हैं पता नहीं उनके कंप्यूटर में समस्या है या गूगल का सर्वर उनसे नाराज है....
ReplyDeleteयदि कहीं से कोई विचार पसंद आता है तो उसे साभार लिख कर प्रकाशित करें ताकि उस ंदे को भी बुरा न लगे
अब अमित भाई आप ही इन्हें देखिये वरना ये गुस्सिया और रिसिया भी जाते हैं
जय जय भड़ास
शायद खिसिया गये हैं वरना अब तक तो दोचार पोस्ट लिख ही मारते यहां वहां से मार कर....
ReplyDeleteपहले डा.रूपेश पर लगाए आरोप का उत्तर दीजिये। फ़रहीन जी प्र बाद में आरोप लगाना कि उन्होंने तुम्हारी खिंचाई क्यों करी। उसका उत्तर मैं दे देता हूं क्योंकि आप जैसा ही एक बंदा अभी अपना बोरिया-बिस्तर लेकर विमर्श से उठ कर भागा है।
जय जय भड़ास
जय जय भड़ास ....:)
ReplyDeleteनमस्कार जैन साहब ... मैंने अपने होम-पेज http://www.anshu.in/?cat=1 पर उन लेखकों तथा कवियों के प्रति अपना आभार व्यक्त कर दिया है जिनकी लिखी रचनाएं मैंने अपने पेज पर लिखी हैं ... मुझे यह रचनाएं अपने जीवन का सहज प्रतिबिम्ब लगीं तो मैंने इनको अपने पेज पर लिख दिया था .. रचनाओं की मौलिकता का हरण करने का मेरा कोई उद्देश्य्य नहीं था .. अब आप कृपया अपनी भडास पोस्ट से " चोर भाई " जैसे अशोभनीय शब्द हटा लें यह आपसे निवेदन है .. अन्यथा मैं आपके विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए बाध्य हो जाऊँगा ... आशीष शर्मा
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