लोग कहते हैं
"नया वर्ष आया है"
जबकि
प्राकृतिक सौंदर्य से मुखरित
वर्ष प्रतिपदा अभी दूर है
पर डायरी, कलेंडर मैने भी बदले हैं
बधाइयां ली हैं, दी हैं।
और अब
२००८ नहीं २००९ ही तो लिखना है
कैसे कह दूँ कि नववर्ष नहीं आया है?
सोचता हूँ
अपना कहो या पराया
नववर्ष शुभ हो
मिलते रहें समाचार
सुख, सौभाग्य और समृद्धि के
शांति औ सद्भाव के
हर्ष औ उल्लास के
सभी मित्रों से, स्वजनों से
देश से, विदेश से
जानों से, अनजानों से,
अब से लेकर
वर्ष प्रतिपदा तक
और फिर तब से वर्ष भर!
- सुशान्त सिंहल
nav varsh aapko bhi mubaarak der se hi sahi dhanyvaad
ReplyDeleteहर दिन हर पल शुभ हो समय का हर आयाम शुभ हो......
ReplyDeleteभाई,
ReplyDeleteदेर आए दुरुस्त आए, चलिए आ तो गए, आपको भी सपरिवार मंगलकामना.
जय जय भड़ास