हा...हा..हा... अमित भाई, मजा आ गया... गजब का सेंस आफ ह्यूमर है भाई आपका.... हम दोनो भाई यानि मैं और रजनीश झा तो टिपियाने के लिये ही बदनाम हैं आपको भी छोड़ेंगे नहीं :-) जय जय भड़ास
चिक-चिक-चूं-चूं-चुक-चुक-चुकुर-चुकुर.... मजा आ गया अमित भाई मैं समझ गई चूहे राजा ने क्या टिप्पणी दी है:) आपकी कविता पढ़ी,दिल को छू लेने वाली है, बुनते रहिये ऐसे ही शब्दों के इंद्रधनुष.... जय जय भड़ास
अमित भाई, हँसी है की रुक नही रही , आपके चातुर्य से प्रभावित हुआ, और हाँ ये तस्वीर मैं भी चुरा रहा हूँ, आखिर जरुरत तो मुझे भी पड़ेगी ना. शानदार प्रस्तुतीकरण के लिए बधाई स्वीकारें. जय जय भड़ास
हा...हा..हा... अमित भाई, मजा आ गया... गजब का सेंस आफ ह्यूमर है भाई आपका.... हम दोनो भाई यानि मैं और रजनीश झा तो टिपियाने के लिये ही बदनाम हैं आपको भी छोड़ेंगे नहीं :-)
ReplyDeleteजय जय भड़ास
चिक-चिक-चूं-चूं-चुक-चुक-चुकुर-चुकुर.... मजा आ गया अमित भाई मैं समझ गई चूहे राजा ने क्या टिप्पणी दी है:)
ReplyDeleteआपकी कविता पढ़ी,दिल को छू लेने वाली है, बुनते रहिये ऐसे ही शब्दों के इंद्रधनुष....
जय जय भड़ास
अमित जी बहुत अच्छी कबिता लिखी आपने मजा आ गया आपके चू चू राजा तो वैसे भी गा गा के टिप्पणी कर रहे है
ReplyDeleteअमित भाई,
ReplyDeleteहँसी है की रुक नही रही , आपके चातुर्य से प्रभावित हुआ, और हाँ ये तस्वीर मैं भी चुरा रहा हूँ, आखिर जरुरत तो मुझे भी पड़ेगी ना.
शानदार प्रस्तुतीकरण के लिए बधाई स्वीकारें.
जय जय भड़ास