आप लोग जानते होंगे कि अपने डॉ रुपेश जी एक लंबे अरसे से अवैध जहरीली शराब के खिलाफ लडाई जारी रखे हैं जिसमे कि वे कई बार मारे पीटे गए लेकिन अगर पंगेबाजी में नोबल पुरूस्कार मिलता तो इन जनाब को लगातार मिल रहा होता। अभी कुछ दिनों पहले फिर से जब शराब माफिया ने राजनैतिक सहयोग से जड़ पकड़नी शुरू कर दी तो हमारे जनाब ताव में आ गए कि भला मैं दारु नही पीता तो बाकी उन लोगो को क्यों पीने दूँ जो ख़ुद ही मरना चाहते हैं। अभी हाल ही में हमारे जिले में इसी शराब से कई मौते हो गई थी तो जनाब दुखी हो गए और लग गए धंधे पर एक बार फिर से बंद कराने के लेकिन इस बार पंगा ज़रा बड़ा है क्योंकि इस बार स्थानीय कार्पोरेटर के रिश्तेदार लपेट में आ गए हैं। दुनिया बनाने वाला दारु पीने वालो को अक्ल दे और हमारे डॉ साहब को ऐसे ही साहस और ताकत......लीजिये मेरे मोबाइल से खिंची इस अस्पष्ट तस्वीर पर नजर मारिये जो आज के नवभारत टाईम्स में छपी है इसमे आप देख सकते हैं स्थानीय कार्पोरेटर के रिश्तेदारो के नाम ......... कार्पोरेटर सुनील गोविन्द बहिरा फुल खुन्नस में है लेकिन क्या करे हमारे डॉ साहब तो पिटाई प्रूफ़ हो चुके हैं मार पीट का असर ही नही होता इन पर कितना तो पिट चुके हैं इस मिशन में पर बाज नही आते।
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डॉ रुपेश जी एक लंबे अरसे से अवैध जहरीली शराब के खिलाफ लडाई जारी रखे हैं
आप लोग जानते होंगे कि अपने डॉ रुपेश जी एक लंबे अरसे से अवैध जहरीली शराब के खिलाफ लडाई जारी रखे हैं जिसमे कि वे कई बार मारे पीटे गए लेकिन अगर पंगेबाजी में नोबल पुरूस्कार मिलता तो इन जनाब को लगातार मिल रहा होता। अभी कुछ दिनों पहले फिर से जब शराब माफिया ने राजनैतिक सहयोग से जड़ पकड़नी शुरू कर दी तो हमारे जनाब ताव में आ गए कि भला मैं दारु नही पीता तो बाकी उन लोगो को क्यों पीने दूँ जो ख़ुद ही मरना चाहते हैं। अभी हाल ही में हमारे जिले में इसी शराब से कई मौते हो गई थी तो जनाब दुखी हो गए और लग गए धंधे पर एक बार फिर से बंद कराने के लेकिन इस बार पंगा ज़रा बड़ा है क्योंकि इस बार स्थानीय कार्पोरेटर के रिश्तेदार लपेट में आ गए हैं। दुनिया बनाने वाला दारु पीने वालो को अक्ल दे और हमारे डॉ साहब को ऐसे ही साहस और ताकत......लीजिये मेरे मोबाइल से खिंची इस अस्पष्ट तस्वीर पर नजर मारिये जो आज के नवभारत टाईम्स में छपी है इसमे आप देख सकते हैं स्थानीय कार्पोरेटर के रिश्तेदारो के नाम ......... कार्पोरेटर सुनील गोविन्द बहिरा फुल खुन्नस में है लेकिन क्या करे हमारे डॉ साहब तो पिटाई प्रूफ़ हो चुके हैं मार पीट का असर ही नही होता इन पर कितना तो पिट चुके हैं इस मिशन में पर बाज नही आते।
lage rahiye ek na ek din safalata jarur milegi aisa mera manana hai..
ReplyDeletelage rahiye ek na ek din safalata jarur milegi aisa mera manana hai..
ReplyDeletefarheen ji rupesh ji ki himmat ki roshni ab pure desh me pahunch rahi hai aur han kisi din insha allah badla bhi pura kar diya jayega.........,aisa mera irada hai .....rupesh ji ke sath apko bhi badhai deta hun kapti samaj ke liye jang jari rakhiye.
ReplyDeleteapka hamwatan bhai ...ghufran
बिटिया रानी,
ReplyDeleteडाक्टर साहब की इस लड़ाई से बहुत से अवैध पीने वाले को बड़ी खुजली हुई है, बाकायदा पीने को कानूनन जमा तक पहनाने की कोशिश की भैया पीने के बाद आदमी सच्चा हो जाता है, ऐसा कई ब्लोगेर भी कहते पाए गए हैं.
वो कहते हैं न चोर चोर मोसेरे भी, सो ये हलकट गिरहकट लोग एक दुसरे का साथ देते रहेंगे मगर इस से लदी लड़ने वाले ना ही डरते हैं और ना ही हारते हैं, ये लड़ाई अब सिर्फ़ डाक्टर साहब की लदी नही बल्की भड़ास की लदी भी बन गयी है, मिल के हल्ला बोल करना है.
जय जय भड़ास